उजाले के लिए अंधेरा
आज देर शाम 8.30 से 9.30 बजे तक दिल्ली समेत देश के 150 शहर अंधेरे में डूबे रहेंगे। इनमें एक घंटे के लिए गैरजरूरी बिजली के स्विच ऑफ कर दिए जाएंगे। दुनिया के सात हजार से ज्यादा शहरों की बत्ती गुल रहेगी। यह अंधेरा कल के उजाले के लिए मनाए जाने वाले 'अर्थ आवर' का प्रतीक है। जलवायु परिवर्तन से लड़ने और भावी पीढि़यों के लिए ऊर्जा बचाकर रखने के लिए हम प्रतिदिन अर्थ आवर मनाकर मानवता के प्रति अपना कर्तव्य निभा सकते हैं। बिजली बचाएं: अर्थ आवर पर एक बल्ब के बदले एक मोमबत्ती जलने से सौ गुना कार्बन उत्सर्जन कम होता है। हालांकि ये भी बहुत जरूरी होने पर ही जलाएं। मोमबत्ती भी कार्बन उत्सर्जन करती है। इस तरह आप पर्यावरण के साथ बिजली भी बचाएं। चूंकि पॉवर प्लांटों को जितनी ज्यादा बिजली बनानी पड़ती है उतना ही अधिक वातावरण में कार्बन डाईआक्साइड समेत विभिन्न ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा बढ़ जाती है। पर्यावरण बचाएं: एक घंटा बत्ती बुझाने से कार्बन उत्सर्जन उतना कम होगा, जितना चीन जैसा औद्योगिक देश चार मिनट से भी कम समय में कार्बन उत्सर्जन कर देता है। वर्ष 2008 के संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार पूरे विश्व में 29,880,121 हजार टन कार्बन डाइआक्साइड का उत्सर्जन हुआ। इसमें सबसे ज्यादा योगदान क्रमश: चीन 23 फीसद, अमेरिका 18.27 फीसद, यूरोपीय यूनियन 13.98, भारत 5.83 व रूस 5.72 रहा।
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